सूरत Sun 5 may 2024 10:40 Am
गुजरात पुलिस ने लोकसभा चुनाव के बीच हिंदू नेता की हत्या और कई लोगों को धमकी देने के आरोप में, शनिवार को सूरत से एक नापाक कट्टरपंथी विचारधारा वाले मौलवी को गिरफ्तार किया है । सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान मौलवी सोहेल अबू बक्र तिमोल के रूप में की गई है। यह मौलवी सूरत शहर की एक धागा फैक्ट्री में मैनेजर के रूप में काम करता था ।और मुस्लिम बच्चों को इस्लामी शिक्षा के लिए प्राइवेट ट्यूशन भी देता था। आरोपी मौलवी पाकिस्तान और नेपाल में बैठे अपने आकाओं के साथ मिलकर देश में खौफनाक साजिश को रच रहा था।
पाकिस्तान से नेपाल तक जुड़े साजिश के तार
गुजरात पुलिस ने बताया कि ,मौलवी तिमोल एक हिंदू संगठन के नेता की हत्या समेत सुदर्शन न्यूज़ चैनल के मुख्य संपादक, तेलंगाना के भाजपा विधायक राजा सिंह और भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को धमकी देने की साजिश में शामिल है। पुलिस कमिश्नर गहलोत ने कहा यह मौलवी पाकिस्तान और नेपाल के लोगों के साथ मिलकर हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को करने के लिए एक करोड रुपए की सुपारी देने और पाकिस्तान से हथियार खरीदने की साजिश रच रहा
था।
मौलवी के फोन में मिलीं आपत्तिजनक सामग्री
गहलोत ने बताया कि, उसे हिरासत में लेने के बाद हमें उसके मोबाइल फोन में कई आपत्तिजनक सामग्री मिली, इसमें उपदेश राणा की हत्या के लिए एक करोड रुपए की सुपारी देने का ऑफर भी शामिल था । इसके लिए वह पाकिस्तान और नेपाल के व्यक्तियों नंबरों से लगातार संपर्क में था।
उन्होंने कहा कि तिमोल को इस साल मार्च में राणा को धमकी देने में भी शामिल पाया गया था । आरोपी ने अपने ग्रुप कॉल में पाकिस्तान और नेपाल के नंबरों को जोड़कर लक्ष्य को धमकियां देने के लिए लावोस के एक वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल किया था ।
सुरक्षित ऐप पर करते थे साजिश वाली बात गहलोत ने कहा कि उसके फोन से मिली फोटो और अन्य जानकारी से पता चलता है कि, आरोपी मोलवी और उसके सहयोगी सुदर्शन टीवी के प्रधान संपादक सुरेश चौहानके भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और हैदराबाद के भाजपा विधायक की राजा सिंह को निशाना बनाने की धमकी देने के बारे में एक सुरक्षित ऐप पर चर्चा कर रहे थे । इसके लिए सभी लोग धन इकट्ठा करने और हथियार खरीदने की योजना बना रहे थे।
कमिश्नर गहलोत ने कहा कि यह लोग अत्यधिक कट्टरपंथी विचारधारा के हैं ,और हिंदूवादी नेताओं की हत्या के बारे में बात करते हैं ।उन्होंने कमलेश तिवारी हिंदू समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष जिनके 18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हत्या कर दी गई थी की हत्या पर हुई चर्चा की थी।
उपदेश राणा को जल्दी मारना चाहता था तिमोल चुनाव में बिगड़ता हालात
इनके चैट रिकॉर्ड से पता चला है कि तिमोल चल रहे आम चुनाव के दौरान, सांप्रदायिक सद्भाव को बिगड़ने के लिए राणा को जल्द ही मारना चाहता था । अधिकारी ने कहा कि सूरत पुलिस यह पता लगाने के लिए आने एजेंसियों की मदद ले रही है, कि क्या उनके मन में और भी लक्ष्य है।
क्राइम ब्रांच के बयान में कहा गया है कि ,आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि, डोंगर और शहनाज नाम के दो व्यक्तियों ने उनसे संपर्क किया था। जिनके पास क्रमशः पाकिस्तान और नेपाल के फोन नंबर थे ।
लगभग डेढ़ साल पहले दोनों व्यक्तियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान और नेपाल के फोन नंबरो से आरोपियों से संपर्क किया। उन्होंने यह दावा करके आरोपियों को उकसाया कि भारत में हिंदू संगठन द्वारा नबी का मजाक उड़ाया गया है ।और इसे ठीक करने की जरूरत है।
विदेशी नंबर का करता था इस्तेमाल:पुलिस के अनुसार तिमोल अपनी पहचान गुप्त रखने के लिए लॉओस का एक अंतरराष्ट्रीय सिम नंबर रखता था। और उसने सोशल मीडिया पर एक बिजनेस नंबर एक्टिव कर दिया । इसका इस्तेमाल वह राणा को धमकी देने के लिए करता था । उसने कहा कि चैट एप पर उसने हिंदू धर्म के खिलाफ भाषण लिखे और राणा को धमकी दी कि उसकी भी हत्या कमलेश तिवारी की तरह कर दी जाएगी ।पुलिस ने बताया है कि उसके चैट ग्रुप के एक सदस्य ने उसकी हत्या के लिए एक करोड रुपए की पेशकश के साथ राणा की तस्वीर भेजी थी।
बयान में बताया गया है एक आरोपी ने सांप्रदायिक नफरत फैलाने ,भारत के राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीरें अपलोड करने ,और हिंदू धर्म के बारे में पोस्ट या वीडियो में भद्दी टिप्पणियां करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया । उसने गलत इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड बनाया । और विदेशी हैंडलर से हथियार मंगवाए हैं।
बयान में अभी कहां गया कि आरोपी गिरफ्तार पाकिस्तान, वियतनाम ,इंडोनेशिया ,कजाकिस्तान , लॉओस के कोड वाले व्हाट्सएप नंबर धारकों के संपर्क में था। उसे पर आईपीसी की धारा 153 ए 467,468 और 471 और 120 {बी }के बाद मामला दर्ज किया है