बांग्लादेश में हिंसा के बीच हिंदू क्रिकेटर लिटन दास का बड़ा बयान
लिट्टन दास ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच फेसबुक पर लंबी पोस्ट लिखी है, रिटर्न दास ने अपने घर को जलाए जाने की खबर को कोरी अपवाह करार दिया है। और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है, सलामी बल्लेबाज लिटिल दास बांग्लादेश क्रिकेट टीम का हिस्सा है ,और 7000 के करीब रन बना चुके हैं ।
Bangaladesh
बांग्लादेश में पिछले कई दिनों से तनाव का माहौल बना हुआ है , बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद अब नई अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है । लेकिन हिंसा का दौर अभी भी जारी है, बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर बवाल शुरू हुआ था जिसके कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। देश में हालात इतने बदतर हो गए कि शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़कर जाना पड़ा, इसके बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जाने लगा। इसी बीच यह अफवाह उड़ी कि देश के हिंदू क्रिकेटर रिटर्न दास के घर को हुई जला दिया गया है। हालांकि अब खुद लिटन दास ने इन खबरों का खंडन किया है ।
बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज लिट्टन दास ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है। उसमें उन्होंने कहा है कि वह और उनका परिवार पूरी तरीके से सुरक्षित है, और उन्हें कुछ भी नहीं हुआ है। दास ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा प्यारे देशवासियों मैं आप सभी को सम्मानपूर्वक एक बात बताना चाहता हूं हाल ही में विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमारे घर पर हमले की खबर प्रसारित हुई है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है , किसी को भी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए । मैं और मेरा परिवार अभी तक पूरी तरह सुरक्षित है , हम इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि हम सब मिलकर इस देश को आगे कैसे ले जा सकते हैं ।
दास ने आगे कहा है कि बांग्लादेश एक गैर सांप्रदायिक देश है , और उम्मीद है कि लोग आप अपने आसपास के संघर्ष को नियंत्रित करने में मदद करेंगे । उन्होंने कहा बांग्लादेश एक गैर सांप्रदायिक देश है हमें इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि हम कैसे एक साथ मिलकर इस देश को आगे ले जा सकते हैं, मेरे दिनाजपुर के लोगों के साथ-साथ पूरे देश ने जिस तरह से दूसरों को बचाने के लिए खड़े हुए हैं , वह वाकई सराहनीय है और मैं आपका आभारी हूं , और मैं उम्मीद करता हूं कि हम एक साथ रहेंगे और इस देश से हर तरह की हिंसा को दूर रखेंगे क्योंकि यह देश हम सभी का है।









